संभल हिंसा में सात और उपद्रवी गिरफ्तार, फरार 91 आरोपियों की तलाश जारी

Miscreants Arrested in Sambhal

Miscreants Arrested in Sambhal

संभल। Miscreants Arrested in Sambhal: संभल हिंसा में शामिल सात उपद्रवियों को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें न्यायालय में पेश किया। जहां से सभी आरोपितों को जेल भेज दिया गया। पुलिस लगातार उपद्रवियों की पहचान कर उनकी तलाश में जुटी है। पुलिस ने 91 ओर नए उपद्रवियों को चिह्नित किया है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

दरअसल, 24 नबंवर को जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग के साथ आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया था। हिंसक भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इस घटना ने शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्राें के लोगों को भी झकझोर कर रख दिया था। कुछ समय तक लोग शहर में आने से कतरा रहे थे। हालांकि अब माहौल शांत है और बाजार में काफी रौनक है। शहर में पहले जैसी चहल पहल है। लोग इस हिंसा से उबर कर कारोबार की ओर ध्यान दे रहे हैं।

400 से ज्यादा उपद्रवियों के पुलिस ने जारी किए थे पोस्टर

वहीं पुलिस भी अपना काम कर रही है। कुछ उपद्रवियों की पहचान फोटो और वीडियो के माध्यम से हो चुकी है। 400 से अधिक उपद्रवियों के पोस्टर भी पुलिस जारी कर चुकी है। हिंसा में शामिल तीन महिलाओं समेत 40 पत्थरबाजों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।

सोमवार को पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सात ओर उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इसमें कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कोटपूर्वी निवासी शुऐब, कोटगर्वी निवासी सुजाउद्दीन, मोहम्मद आजम खान, मुहल्ला नाला निवासी मुस्तफा हसन, चौधरी सराय निवासी शाहद, मुहल्ला देहली दरवाजा निवासी मुस्तफा हसन उर्फ राजू तथा अजरूद्दीन शामिल हैं। अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश्चंद्र ने बताया कि सभी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। वहीं इनके अलावा 91 उपद्रवी और प्रकाश में आए हैं। उनकी भी तलाश की जा रही है। जल्द ही उनको भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

जामा मस्जिद इलाके में अभी तक लगे हैं सैकड़ों मकानों में ताले

हिंसा वाले दिन से ही जामा मस्जिद इलाके में सैकड़ों मकानों में ताले लगे हुए हैं। जबकि अब हालात सामान्य हो चुके हैं, लेकिन यह लोग अभी तक अपने अपने घरों में नहीं लौटे हैं। अधिकांश गलियों में अब भी सन्नाटा पसरा हुआ है। हिंसा को एक माह से अधिक का समय गुजर गया है, लेकिन अभी तक मकान बंद हैं।

इन मकानों में ताले लगे होने पर पुलिस को शक है कि उपद्रवी अपने परिवार सहित मकानों में ताले लगाकर दिल्ली एनसीआर भाग गए हैं। पुलिस अब इन बंद मकानों को चिह्नित कर रही है, जिससे उपद्रवियों की पहचान हो सके।

हिंसा के बाद कुछ गलियों में सन्नाटा पसरा है

जामा मस्जिद के पीछे की गलियां, जो कभी रौनक से भरी रहती थीं, आज खामोशी में डूबी हुई हैं। हिंसा के बाद से इन गलियों में आवाजाही ना के बराबर है। जहां पूरी-पूरी गलियाें में सन्नाटा पसरा है। इस इलाके में पुलिस की निगरानी लगातार जारी है। सीसीटीवी कैमरों से यहां आने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। रात दिन यहां पुलिस का सख्त पहरा है।